माँ की अन्तिम मुस्कान माँ की अन्तिम मुस्कान
तो तू भी है मेरे चारों धाम। माँ तुझे सलाम, माँ तुझे सलाम।। तो तू भी है मेरे चारों धाम। माँ तुझे सलाम, माँ तुझे सलाम।।
आप ध्यान रखें रिश्ते के बीच मुस्कान , केवल फोटो उद्देश्य के लिए। आप ध्यान रखें रिश्ते के बीच मुस्कान , केवल फोटो उद्देश्य के लिए।
ये बारिश का आनंद सब भुला जाता खुद ही झम झम लोरी से सुलाती है। ये बारिश का आनंद सब भुला जाता खुद ही झम झम लोरी से सुलाती है।
आँखों में पानी भरती आँखों में पानी भरती
ज़िन्दगी को ज़िन्दगी बनाने के लिए माँ की भीनी भीनी मुस्कान ही काफी थी। ज़िन्दगी को ज़िन्दगी बनाने के लिए माँ की भीनी भीनी मुस्कान ही काफी थी।